
1. मां दुर्गा की आरती
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥

2. तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये
साँची ज्योतो वाली माता,
तेरी जय जय कार ।
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
ज्योता वालिये, पहाड़ा वालिये,
मेहरा वालिये ॥

3. तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है – भजन
तेरी छाया मे, तेरे चरणों मे,
मगन हो बैठूं, तेरे भक्तो मे॥
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है,
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है॥

4. अम्बे तू है जगदम्बे काली,
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

5. प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी
दरबार तेरा दरबारों में,
एक ख़ास एहमियत रखता है।
उसको वैसा मिल जाता है,
जो जैसी नियत रखता है॥